HANUMAN CHALISA FOR DUMMIES

hanuman chalisa for Dummies

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राम रसायन तुम्हरे पासा। सदा रहो रघुपति के दासा॥

व्याख्या – श्री हनुमान जी कपिरूप में साक्षात् शिव के अवतार हैं, इसलिये यहाँ इन्हें कपीश कहा गया।

अर्थ - जो भी आपकी शरण में आते हैं, उन सभी को आनन्द प्राप्त होता हैं, और जब आप रक्षक हैं, तो फिर किसी का डर नहीं रहता।

भीम रुप धरि असुर संहारे। रामचन्द्र के काज संवारे॥

तिन के काज सकल तुम साजा ॥२७॥ और मनोरथ जो कोई लावै ।

भावार्थ – श्री सनक, सनातन, सनन्दन, सनत्कुमार आदि मुनिगण, ब्रह्मा आदि देवगण, नारद, सरस्वती, शेषनाग, यमराज, कुबेर तथा समस्त दिक्पाल भी जब आपका यश कहने में असमर्थ हैं तो फिर (सांसारिक) विद्वान् तथा कवि उसे कैसे कह सकते हैं? अर्थात् आपका यश अवर्णनीय है।

भावार्थ – भगवान् श्री रामचन्द्र जी के द्वार के रखवाले (द्वारपाल) आप ही हैं। आपकी आज्ञा के बिना उनके दरबार में किसी का प्रवेश नहीं हो सकता (अर्थात् भगवान् राम की कृपा और भक्ति प्राप्त करने के लिये आपकी कृपा बहुत आवश्यक है) ।

सोई अमित जीवन फल पावै ॥२८॥ चारों जुग परताप तुह्मारा ।

बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि ॥

आपन तेज सम्हारो आपै। तीनों लोक हांक तें कांपै॥

बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार ॥

व्याख्या read more – श्री हनुमान जी महाराज राम के दुलारे हैं। तात्पर्य यह है कि कोई बात प्रभु से मनवानी हो तो श्री हनुमान जी की आराधना करें।

जो शत बार पाठ कर कोई। छूटहिं बंदि महा सुख होई॥

Electrical power AnatomyThe foundation of all existence, of The entire universe, is the refined everyday living power Electrical power the yogis contact ‘prana.’ This mystical Electrical power flows as a result of our bodies and generates our each action – from gross Bodily movements to minute biochemical procedures.

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